रीवा। प्रशासन द्वारा जिले में धान की खरीदी किए जाने के लिए खरीदी केंद्र बनाए गए है लेकिन खरीदी केंद्रों में अव्यवस्था का आलम है। किसानों की मानें तो वह धान बिक्री करने के लिए केंद्र में लेकर पहुंच रहे हैं लेकिन खरीदी नहीं हो पा रही है। जबकि प्रशासन द्वारा 29 नवंबर से धान की खरीदी किए जाने के लिए जानकारी दी गई है। इसके बाद भी खरीदी केंद्र के कर्मचारियों की मनमानी पूर्ण रवैये के चलते किसानों को परेशान होना पड़ रहा है।
कई दिनों से अनाज लेकर भटक रहे किसान
शहर के करहिया मंडी में धान की बिक्री करने के लिए लेकर पहुंचे किसानों ने बताया कि यह पिछले 2 दिनों से धान की बिक्री करने के लिए मंडी में पहुंचे हुए लेकिन अभी तक उनकी धान की खरीदी नहीं हो पाई है। जिसके चलते वे अपने धान की रखवाली करते हुए धान की बिक्री करने के लिए बैठे हुए हैं।धान की खरीदी केंद्रों में खरीदी न हो पाने के कारण किसान कई तरह से परेशान हैं। उन्होंने बताया कि ट्रैक्टर किराए पर लेकर खरीदी केंद्र में अनाज लेकर पहुंचे हैं। खरीदी न हो पाने के कारण अनाज की बोरियां मंडी में रखने के बाद बिक्री के लिए इंतजार कर रहे हैं। चूकिं ट्रैक्टर का भाडा उन्हें ज्यादा लगता है। यही वजह है कि मंडी में आनाज उतार कर वाहन को छोड़ देते हैं। मंडी में धान रखने के कारण उसकी रखवाली भी उन्हें स्वयं करनी पड़ती है। उन्होंने बताया कि मंडी से उनके धान की बोरियां भी गायब हो जाती हैं। खरीदी न हो पाने के चलते ठंड की रातें मंडी में गुजारने के लिए मजबूर हो रहे हैं। प्रशासन द्वारा लगातार अनाज खरीदी को लेकर निर्देश दिए जा रहे हैं। इसके बाद भी व्यवस्था न बन पाने के कारण तथा खरीदी केंद्रों के कर्मचारियों की मनमानी के चलते किसानों को परेशान होना पड़ रहा है।